के.एल. दहिया
पशु चिकित्सक, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, कुरूक्षेत्र, हरियाणा
1.5 लाख साल पहले पृथ्वी पर अकस्मात् प्राकृतिक एवं भौगोलिक घटनाएं घटी जिससे वायुमण्डल में तेजी से बदलाव आया और परिणाम स्वरूप बॉस जेनरा के शरीर में भी उसके आनुवंशिक (Genetic) रचना में अन्तर्भूत बदलाव आया। परिणाम स्वरूप 6 तरह के पशुओं – 1. बोस टॉरस (Bos taurus) – यूरोपीयन गाय, 2. बोस इंडिकस (Bos indicus) – भारतीय गाय, 3. बोस ग्रुन्नियंस (Bos grunniens) – याक, 4. बोस फ्रॉन्टालिस (Bos frontalis) – मिथुन, 5. बोस जावानिकस (Bos javanicus) – बांतेंग, 6. बोस सौवेलि (Bos sauveli) – कोउपरे की व्युत्पत्ति हुई। इन सभी में, खासतौर से भारतीय और यूरोपियन गायों और याक कभी कोई भी समानता नहीं रही है और समय बीतने के साथ-साथ सभी अलग-अलग प्राणी बन गए हैं। विश्व में बॉस जेनरा के पशुओं की प्रजातियों में सबसे अधिक दो ही तरह के पशुओं अर्थात भारतीय एवं यूरोपियन गायों, को पाला जाता है। देशी गाय, जेबू (Zebu cattle), जबकि यूरोप में पायी जाने वाली गाय टॉरस (Taurus) प्रजाति का प्राणी है।
भारतीय-एवं-यूरोपियन-गायों-में-तुलनात्मक-अंतर