के.एल. दहिया1, प्रदीप कुमार2 एवं जसवीर सिंह पंवार3
1पशु चिकित्सक, 3उप मण्डल अधिकरी, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, कुरूक्षेत्र, हरियाणा; 2छात्र, बी.वी.एससी. एण्ड ए.एच. (इंटर्नी) आई.आई.वी.ई.आर. रोहतक, हरियाणा।
बदहजमी (अपच) की स्थिति में अधिक मात्रा में अपचित आहार रूमेन में एकत्रित हो जाता है, जिसके कारण रूमेन की कार्य करने की क्षमता एवं उसमें मौजूद सूक्ष्मजीवाणु भी प्रभावित होते हैं। जब रूमेन सही तरीके से कार्य नहीं कर पाता है तो रोमुथी पशुओं में इसके कारण कई समस्याएँ जैसे कि बदहजमी, कब्ज, दस्त या अफारा आदि हो जाती हैं। फलस्वरूप पशु की उत्पादन क्षमता पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। बदहजमी की समस्या प्रत्यक्ष रूप से डेयरी फार्म की आर्थिक स्थिति को प्रभावित करती है। अतः दुधारू गायों की सामान्य शारीरिक क्रिया एवं उत्पादन क्षमता में तालमेल बनाये रखने के लिए उनके आहार एवं प्रबंधन में पर्याप्त ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
रोमंथी-पशुओं-में-बदहजमी-अपच