[Hindi] Animals Transmitting the Diseases To Humans – Chandipura Viral Encephalitis

के.एल. दहिया पशु चिकित्सक, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, हरियाणा चांदीपुर विषाणु मस्तिष्कशोथ (Chandipura Encephalitis) संधिपाद-जनित (Arthropod-borne), तेजी से प्रगति करने वाले इन्फलूएंजा जैसी अस्वस्थता और तीव्र मस्तिष्कशोथ का कारण बनता, जो आमतौर पर मेजबान मनुष्य की मूर्छा (Coma) और मृत्यु का कारण बनता है। संक्रमित व्यक्ति की त्वचा पर फफोले …

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[Hindi] Animals Transmitting the Diseases To Humans – Eryseplas

के.एल. दहिया पशु चिकित्सक, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, हरियाणा email: drkldahiya@hotmail.com ऐरिसिपेलस (Erysipelas ) अर्थात विसर्प व्यापक स्तर पर पायी जाने वाली आर्थिक महत्व की मृतोजीवी प्राणीरूजीय (Saprozoonotic) बीमारी है जो संभावित रूप से सभी कशेरुकी प्रजातियों में होती है और अक्सर मनुष्यों में संक्रमित जानवरों के मल, लार या …

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[Hindi] Prion Diseases of Humans and Animals

के.एल. दहियापशु चिकित्सक, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, हरियाणा;email: drkldahiya@hotmail.com मनुष्यों और जानवरों दोनों को प्रभावित करने वाली प्रोसंक/प्रिओन (Prion) बीमारियाँ संक्रमणीय प्रोटीनयुक्त संक्रामक कणों (Proteinaceous Infectious particles) के कारण तंत्रिका तंत्र के अपक्षयी (Neurodenerative) विकारों का एक दुर्लभ समूह है। प्रारंभ में प्रोसंक रोगों को वायरस संक्रमण माना जाता था इसलिए …

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[Hindi] Salmonellosis

साल्मोनेलोसिस डा. के.एल. दहियापशु चिकित्सकपशुपालन एवं डेरी विभाग, हरियाणा साल्मोनेलोसिस सर्वाधिक व्याप्त खाद्य जनित प्राणीरूजा संक्रमण है। यह एक जीवाणुजनित रोग है, जो साल्मोनेला नामक जीवाणुओं की कई प्रजातियों से होता है। ये सभी जीवाणु सामान्यतयः सभी पालतु पशुओं, वन्य जीवों और सर्रीसृपों में पाया जाता है लेकिन इनमें सालमोनेला …

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लम्पी स्किन डिजीज (गोजातीय पशुओं में गांठदार चमड़ी रोग)

के.एल. दहिया1 एवं यशवन्त सिंह2 1पशु चिकित्सक, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, हरियाणा; email: drkldahiya@hotmail.com2प्राध्यापक एवं प्रभारी, पशुधन फार्म परिसर/पशुधन उत्पादन प्रबंधन विभाग, पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय, रामपुरा फूल, बठिंडा, (पंजाब)। email: ysinghvet@gmail.com लम्पी स्किन डिजीज (एलएसडी) गौजातीय पशुओं में चमड़ी का रोग है जो लम्पी स्किन डिजीज वायरस के कारण …

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बोरोन – महत्वपूर्ण आहारीय सूक्ष्म खनिज तत्व

के.एल. दहिया1, यशवन्त सिंह2 एवं शुभम नरवाल3 1पशु चिकित्सक, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, हरियाणा; email: drkldahiya@hotmail.com 2प्राध्यापक एवं प्रभारी, पशुधन फार्म परिसर/पशुधन उत्पादन प्रबंधन विभाग, पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय, रामपुरा फूल, बठिंडा, (पंजाब)। email: ysinghvet@gmail.com 3विद्यार्थी, बी.वी.एससी. एण्ड ए.एच., भा.कृ.अनु.प.-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर (उत्तर प्रदेश) बोरोन धातु के …

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बच्चों को दूध पिलाने वाले स्तनपायी जीवों के कुछ रोचक तथ्य

नीली व्हेलसंतान 50% वसा वाला दूध पीने से प्रतिदिन लगभग 220 पाउंड प्राप्त करती हैग्रे कंगारूबड़ी और छोटी संतानों के लिए एक ही समय में दो अलग-अलग प्रकार का दूध बनाता हैभूरा भालूसंतान का जन्म और पालन-पोषण हाइबरनेशन के दौरान होता हैहोल्स्टीन फ्रिज़ियन गायएक दिन में 22-26 लीटर दूध बनाता …

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Some Interesting Facts About Mammals That Feed Babies

Blue whalesOffspring gain almost 220 pounds a day drinking milk that is 50% fatGrey KangarooMakes two different kinds of milk at the same time for older and younger offspringGrizzly bearOffspring are born and nursed during hibernationHolstein Friesian CowMakes 6-7 gallons of milk a dayMouseIn two weeks, can make its own …

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आदित्य बेस्ट एम.एस.सी थीसिस अवार्ड-2021 से सम्मानित

कृषि, वानिकी और अनुप्रयुक्त विज्ञान में वैश्विक पहल पर तीसरा अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय, देहरादून, उत्तराखंड में 17-18 अक्टूबर, 2021 को आयोजित किया गया था। यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन संयुक्त रूप से कृषि और पर्यावरण प्रौद्योगिकी विकास समाज, उत्तराखंड; मृदा और जल अनुसंधान संस्थान, ईरान; कृषि आधारित उद्योग …

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एथनोवेटरीनरी चिकित्सा: डेयरी पशुओं में पारंपरिक उपचार

के.एल. दहिया, पशु चिकित्सकपशुपालन एवं डेयरी विभाग, कुरूक्षेत्र – हरियाणा आदिकाल से ही मनुष्यों और जीव-जंतुओं में संक्रामक रोग रहे हैं जिनका विभिन्न प्रकार की चिकित्सा पद्दतियों जैसे कि लोक/परंपरागत चिकित्सा (एथनोमेडिसिन), संहिताबद्ध शास्त्रीय (आयुर्वेद, सिद्धा, यूनानी और तिब्बती) चिकित्सा, संबद्ध प्रणालियाँ (योग और प्राकृतिक चिकित्सा) और पश्चिमी मूल की …

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