के.एल. दहिया पशु चिकित्सक, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, हरियाणा
चांदीपुर विषाणु मस्तिष्कशोथ (Chandipura Encephalitis) संधिपाद-जनित (Arthropod-borne), तेजी से प्रगति करने वाले इन्फलूएंजा जैसी अस्वस्थता और तीव्र मस्तिष्कशोथ का कारण बनता, जो आमतौर पर मेजबान मनुष्य की मूर्छा (Coma) और मृत्यु का कारण बनता है। संक्रमित व्यक्ति की त्वचा पर फफोले (Vesicles) बनते हैं। इस विषाणु की खोज महाराष्ट्र राज्य के नागपुर जिले के चांदीपुर गांव में बुखार से पीड़ित रोगियों की जांच डेंगू या चिकनगुलिया की खोज करते समय संयोगवश हुई थी और रोगी के चांदीपुर गांव से होने के कारण इस विषाणु का नाम चांदीपुर विषाणु रखा गया।
Hindi-Animals-Transmitting-the-Diseases-To-Humans-Chandipura-Viral-Encephalitis