डेयरी पशुओं में प्रजनन क्षमता सुधार के लिए मद के लक्षणों की पहचान भी आवश्यक

के.एल. दहिया1, जसवीर सिंह पंवार2 एवं अत्तर सिंह1 1पशु चिकित्सक, 2उप मण्डल अधिकारी, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, कुरूक्षेत्र, हरियाणा। डेयरी व्यवसाय में मादा पशुओं की उत्पादकता, उनके द्वारा संतान पैदा करने के साथ-साथ उनके पालन-पोषण पर निर्भर करती है। सही पालन-पोषण होने के बावजूद भी मादा गाय/भैंस का गर्भधारण न …

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पर्यायवरण एवं मानव हितैषी फसल अवशेषों का औद्योगिक एवं भू-उर्वरकता प्रबंधन

के.एल. दहिया1, आदित्य2 एवं जे.एन. भाटिया3 1पशु चिकित्सक, राजकीय पशु हस्पताल, हमीदपुर (कुरूक्षेत्र) हरियाणा2स्नातकोतर छात्र (पादप रोग), बागवानी एवं वानिकी महाविद्यालय नेरी, हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश) 3सेवानिवृत प्रधान वैज्ञानिक (पादप रोग), कृषि विज्ञान केन्द्र, कुरूक्षेत्र, हरियाणा फसल कटाई की बात चाहे हाथ से हो या आधुनिक औद्योगिक क्रांन्ति के दौर में …

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फसल अवशेष न जलाने के लाभ: अतिरिक्त धनोपार्जन

के.एल. दहिया1, आदित्य2 एवं जे.एन. भाटिया3 1पशु चिकित्सक, राजकीय पशु हस्पताल, हमीदपुर (कुरूक्षेत्र) हरियाणा2स्नातकोतर छात्र (पादप रोग), बागवानी एवं वानिकी महाविद्यालय नेरी, हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश)3सेवानिवृत प्रधान वैज्ञानिक (पादप रोग), कृषि विज्ञान केन्द्र, कुरूक्षेत्र, हरियाणा उचित प्रबंधन न होने के कारण किसान को अगली फसल की बिजाई हेतु खेत को तैयार …

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An Ecofriendly Approach: Zero Tillage

Dr. Mamta Phogat1, Dr. Rita Dahiya2 and Aditya3 1 & 2 Department of Soil Science, CCS HAU, Hisar, Haryana3M.Sc. Student Plant Pathology, Dr. Y S Parmar University of Horticulture and Forestry, COHF-Neri, Hamirpur, Himachal Pradesh Zero tillage is the most significant aspect of conservation farming, takes care of soil health, …

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सूअर पालन – एक लाभदायक व्यवसाय

के.एल. दहिया पशु चिकित्सक, राजकीय पशु हस्पताल, हमीदपुर (कुरूक्षेत्र)पशुपालन एवं डेयरी विभाग, हरियाणा सूअर पालन एक ऐसा व्यवसाय है जिससे रोजगार के साथ-साथ अतिरिक्त आर्थिक लाभ भी अर्जित किया जा सकता है। चीन में एक कहावत कही जाती है ‘अधिक सूअर – अधिक खाद – अधिक अनाज’ अर्थात जिसके पास …

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भारतीय एवं यूरोपियन गायों में तुलनात्मक अंतर

के.एल. दहिया पशु चिकित्सक, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, कुरूक्षेत्र, हरियाणा 1.5 लाख साल पहले पृथ्वी पर अकस्मात् प्राकृतिक एवं भौगोलिक घटनाएं घटी जिससे वायुमण्डल में तेजी से बदलाव आया और परिणाम स्वरूप बॉस जेनरा के शरीर में भी उसके आनुवंशिक (Genetic) रचना में अन्तर्भूत बदलाव आया। परिणाम स्वरूप 6 तरह …

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रोमंथी पशुओं में बदहजमी (अपच)

के.एल. दहिया1, प्रदीप कुमार2 एवं जसवीर सिंह पंवार3 1पशु चिकित्सक, 3उप मण्डल अधिकरी, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, कुरूक्षेत्र, हरियाणा; 2छात्र, बी.वी.एससी. एण्ड ए.एच. (इंटर्नी) आई.आई.वी.ई.आर. रोहतक, हरियाणा। बदहजमी (अपच) की स्थिति में अधिक मात्रा में अपचित आहार रूमेन में एकत्रित हो जाता है, जिसके कारण रूमेन की कार्य करने की …

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फसल अवशेष जलाना: मानवता और पर्यावरण के लिए खतरा

के.एल. दहिया1, आदित्य2 एवं जे.एन. भाटिया3 1पशु चिकित्सक, राजकीय पशु हस्पताल, हमीदपुर (कुरूक्षेत्र) हरियाणा2स्नातकोतर छात्र (पादप रोग), बागवानी एवं वानिकी महाविद्यालय नेरी, हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश)3सेवानिवृत प्रधान वैज्ञानिक (पादप रोग), कृषि विज्ञान केन्द्र, कुरूक्षेत्र, हरियाणा बढ़ती आबादी की खाद्यान्न आपूर्ति को पूरा करने के लिए उत्पादन बढ़ाना ही होगा और इसी …

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भेड़-बकरियों में संक्रामक पीबभरी रोग

के.एल. दहिया1, जसवीर सिंह पंवार2 एवं प्रदीप कुमार31पशु चिकित्सक, 2उपमण्डल अधिकारी, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, हरियाणा3छात्र, बी.वी.एससी. एण्ड ए.एच. (इंटर्नी) आई.आई.वी.ई.आर. रोहतक, हरियाणा। भेड़-बकरियों में पाया जाने वाला पीबभरी रोग विषाणुजनित संक्रामक एवं छूत का रोग है जो आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रोगों में से एक है। इस रोग को …

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