के.एल. दहिया1, जसवीर सिंह पंवार एवं अत्तर सिंह1 1पशु चिकित्सक, 2उपमण्डल अधिकारी, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, कुरूक्षेत्र, हरियाणा भारतीय अर्थव्यवस्था में पशुधन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारत में छोटे ग्रामीण परिवारों की आय में पशुधन का योगदान 16% है, जबकि सभी ग्रामीण परिवारों का औसत 14% है। पशुधन ग्रामीण …
Read More »ए1 और ए2 दूध: मिथक और तथ्य
के.एल. दहियापशु चिकित्सक, पशु पालन एवं डेयरी विभाग, कुरूक्षेत्र, हरियाणा दूध प्रकृति द्वारा दिया एक अमूल्य पदार्थ है। यदि किसी परिवार में दूधारू पशु हैं तो उस परिवार में भूखे मरने की नौबत नही आती है। 1990 के दशक में, न्यूजीलैंड में इलियट और मैकलैक्लन ने एक परिकल्पना विकसित की …
Read More »विश्व प्रसिद्ध मुर्राह भैंस : हरियाणा का काला सोना
जसवीर सिंह पंवार1 एवं के.एल. दहिया2 1उपमण्डल अधिकारी, 2 पशु चिकित्सक, पशु पालन एवं डेयरी विभाग, कुरूक्षेत्र – हरियाणा। मुर्राह नस्ल विश्व की सबसे अधिक दुग्धोत्पादन करने वाली भैंस है जिसको हरियाणा राज्य का गौरव कहा जाता है। उच्च विक्रय दाम होने के कारण मुर्राह भैंस को हरियाणा का काला …
Read More »3rd Plant Science Researchers Meet (PSRM) – 2020
National Conference On Natural and Agricultural SciencesIssues Challenges and Opportunities26th & 27th September, 2020Organized byAssociation of Plant Science Researchers (APSR)Official Organization of Plantica Foundation(Regt. Under The Indian Trust Act 1882 and Ministry of MSME, Govt. of India, ISO 9001:2015)Dehradun, Uttarakhand Abstract-and-Souvenir-3rd-PSRM-2020 +2-02 ratings
Read More »बबेसियोसिस: रोमंथी पशुओं में लहू मूतना रोग
के.एल. दहिया1, संदीप गुलिया1 एवं प्रदीप कुमार2 1पशु चिकित्सक, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, कुरूक्षेत्र, हरियाणा2छात्र, बी.वी.एससी. एण्ड ए.एच. (इंटर्नी) आई.आई.वी.ई.आर. रोहतक, हरियाणा। बबेसियोसिस चिचड़ियों के काटने से फैलने वाला, खून में पाये जाने वाले कोशिकीय सूक्ष्म बबेसिया नामक प्रोटोजोआ के कारण होता है जिसके परिणामस्वरूप पीड़ित पशु को भूख न …
Read More »एनाप्लाज्मोसिस: रोमंथी पशुओं में एक घातक रोग
के.एल. दहिया1, संदीप गुलिया1 एवं प्रदीप कुमार2 1पशु चिकित्सक, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, कुरूक्षेत्र, हरियाणा 2छात्र, बी.वी.एससी. एण्ड ए.एच. (इंटर्नी) आई.आई.वी.ई.आर. रोहतक, हरियाणा। पशुओं में होने वाला यह संक्रामक रोग रिकेट्सिया नामक जीवाणुओं से होता है जो पशुओं में चिचड़ियों, मक्खियों एवं मच्छरों के काटने से फैलता है। आमतौर पर …
Read More »भारत में बैकयार्ड कुक्कुट पालन एवं कुक्कुटों की देशी नस्लें
के.एल. दहिया पशु चिकित्सक, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, कुरूक्षेत्र, हरियाणा भारत सहित विश्व में विभिन्न प्रकार के पशु पक्षी पाए जाते हैं जिनमें ग्रामीण आँचल में कुक्कुट पालन को एक घरेलु एवं व्यवसायिक रूप से किया जाता है। कुक्कुट पालन में मुर्गी पालन के अलावा बत्तख, टर्की एवं टर्की पालन …
Read More »थिलेरियोसिस : रोमंथी पशुओं में एक घातक संक्रमण
के.एल. दहिया1, संदीप गुलिया1 एवं प्रदीप कुमार2 1पशु चिकित्सक, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, कुरूक्षेत्र, हरियाणा। 2छात्र, बी.वी.एससी. एण्ड ए.एच. (इंटर्नी) आई.आई.वी.ई.आर. रोहतक, हरियाणा। चिचड़ियों के काटने से फैलने वाला थिलेरियोसिस रोमंथी (Ruminants) मवेशियों में पाया जाने वाला घातक रोग है जिसे आमतौर पर चिचड़ी बुखार भी कहते हैं। अंतराष्ट्रीय स्तर …
Read More »रोमंथी पशुओं में चिचड़ियों का प्रकोप एवं उनसे होने वाले रोग एवं नियंत्रण
के.एल. दहिया1, संदीप गुलिया1 एवं प्रदीप कुमार2 1पशु चिकित्सक, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, कुरूक्षेत्र, हरियाणा2छात्र, बी.वी.एससी. एण्ड ए.एच. (इंटर्नी) आई.आई.वी.ई.आर. रोहतक, हरियाणा। बाह्य परजीवियों में चिचड़ियाँ, रोमंथी पशुओं जैसे कि गाय, भैंस, भेड़, बकरी इत्यादि में सबसे अधिक हानि पहुंचाती हैं। एक चिचड़ी दिन में 0.5 से 1.5 मि.ली. खून …
Read More »गायों-भैंसों में योनि बाहर निकलने की समस्या
के.एल. दहिया1, प्रवीण कुमार1 एवं प्रदीप कुमार2 1पशु चिकित्सक, पशु पालन एवं डेयरी विभाग, कुरूक्षेत्र, हरियाणा। 2छात्र, बी.वी.एससी. एण्ड ए.एच. (इंटर्नी) आई.आई.वी.ई.आर. रोहतक, हरियाणा। मादा गायों एवं भैंसों में योनि का शरीर से बाहर निकलना, पशुओं के लिये तो बहुत ही कष्टदायी होता है जबकि पशुपालकों को भी अपने पशु …
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