के.एल. दहिया1 एवं सुरेन्द्र कुमार छोक्कर2 एवं आदित्य*
पशु चिकित्सक, राजकीय पशु हस्पताल, 1हमीदपुर एवं 2मेहरा (कुरूक्षेत्र) हरियाणा
* स्नातकोतर छात्र (पादप रोग) बागवानी एवं वानिकी महाविद्यालय, नेरी, हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश)
बरसीम की फसल की बढ़वार के लिए नाइट्रोजन उर्वरकों की आवश्यकता नहीं होती है फिर भी कई किसान चारे की बढ़ोतरी के लिए इस तरह के उर्वरकों को खेत में डाल देते हैं जिससे नाइट्रेट की विषाक्तता अधिक होने की स्थिति में कभी-कभी घातक जठरांत्र रोग के लक्षण विकसित हो सकते हैं। गर्मी बढ़ने के साथ-साथ बरसीम में टिड्डी एवं सुंडी का आक्रमण भी बढ़ जाता है जिसे नियंत्रित करने के लिए किसान पेस्टीसाइड का छिड़काव भी करते हैं जिससे विषाक्तता बहुत ज्यादा होने से पशु की स्वास्थ्य स्थिति बहुत अधिक गंभीर हो जाती है।
रोमंथी-पशुओं-में-बरसीम-विषाक्तता
बहुत ही अच्छी और सच्ची वैज्ञानिक सलाह
Thanks 😊